बघेल सरकार ने दी थी पेड़ काटने की अनुमति– सांसद राधेश्याम राठिया… उद्योग आयेंगे तो विकास होगा … जू देव … जनपद पंचायत सदस्य राजीव लोचन बेहरा के जन्मदिन पर आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल हुए थे दोनों नेता

रायगढ़ । रायगढ़ जिले के तमनार प्रक्षेत्र के मुड़ागांव में पिछले दिवस लगभग 1500 पेड़ राज्य सरकार की अनुमति से ग्रामीणों के प्रखर विरोध के बावजूद अडानी ग्रुप के कोल ब्लाक के लिए काट दिए गए। यह मामला अब तूल पकड़ते जा रहा है। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने इस क्षेत्र का दौरा किया और अब भूपेश बघेल पूर्व मुख्यमंत्री भी आ रहे हैं। कांग्रेस के नेताओं ने स्थानीय सांसद राधेश्याम राठिया को लेकर भी काफी कुछ बयान दिया कि उसी के क्षेत्र में अधाधुंध पेड़ काटे जा रहे हैं और सांसद चुप हैं। इसी सवाल को लेकर सांसद राधेश्याम राठिया ने कहा कि उद्योग स्थापना के लिए पेड़ काटे जा रहे हैं यह चिंता का विषय है लेकिन अभी जो पेड़ तमनार विकासखंड में काटे जा रहे हैं वह भूपेश बघेल सरकार के आदेश के तहत काटे जा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी सरकार पेड़ काटने के कोई आदेश नहीं दिया है। पीसीसी चीफ दीपक बैज से कहा कि आपही की सरकार ने अनुमति दी थी अभी आप ही विरोध कर रहे हैं। हमारी सरकार आम जनता के साथ है । जशपुर से आए भाजपा नेता विक्रमादित्य सिंह जू देव ने पेड़ कटाई मामले को लेकर कहा कि रायगढ़ जिले में जिंदल , मोनेट, नलवा जैसे प्लाटों के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। पेड़ों की कटाई के कारण असमय बारिश हो रही है किसानों के लिएअकाल भी पड़ रहा है । इसके हमारे जन्मदिन, आपके जन्मदिन में कम से कम सौ पेड़ लगाये ,कम से कम रायगढ़ जिले में। जशपुर जिले में भी चिंता का विषय है, वहां भी पेड़ कट रहे हैं, जंगलों में आग लगा दिए जा रहे हैं,यह चिंता का विषय है। वैसे हमारे जशपुर जिले में तो उद्योग नहीं है और उद्योग लगनेके पक्ष में नहीं है। वही रायगढ़ जिले के तमनार प्रक्षेत्र में पेड़ कटाई को लेकर विक्रमादित्य सिंह जू देव ने कहा कि यह सरकार का नियम है, उद्योग आयेंगे तो विकास होगा , यह आप मानते हैं कि नहीं । अब देखना यह है कि अडानी चाहे जिन्दल , मोनेट, नलवा हो प्रदूषण तो बढ़ेगा लेकिन ये कितने पेड़ लगाते हैं। पेड़ लगा देना जरूरी नहीं है उसे बड़ा करना भी जरूरी है। आपको बता दें कि आज रायगढ़ पूर्वी अंचल के जनपद पंचायत सदस्य राजीव लोचन बेहरा का आज 40 वि जन्मदिन पर लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया और जशपुर से विक्रमादित्य सिंह जू देव विशेष रूप से ग्राम लोईंग आए थे और यहां पर वृक्षारोपण भी किया गया।

