युक्तियुक्तकरण पश्चात पतरापारा महलोई के प्राथमिक शाला में दो शिक्षक हुए पदस्थ, पढ़ाई में आयी रफ्तारबच्चों एवं पालकों में उत्साह, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार

रायगढ़, 2 जुलाई 2025/ विकासखंड तमनार के ग्राम पतरापारा महलोई स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक राज्य शासन द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। कल तक जहां यह विद्यालय एकल शिक्षकीय व्यवस्था पर निर्भर था, वहीं अब शासन की युक्तियुक्तकरण योजना के तहत यहां दो शिक्षकों की पदस्थापना की गई है। इस कदम से न केवल विद्यालय का शैक्षणिक वातावरण बेहतर हुआ है, बल्कि बच्चों और अभिभावकों में भी नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ है।
विद्यालय में फिलहाल कक्षा 1 से 5 तक कुल 78 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। पूर्व में एकल शिक्षक व्यवस्था के कारण पढ़ाई की गुणवत्ता और निरंतरता प्रभावित हो रही थी। एक ही शिक्षक को सभी कक्षाओं को संभालना पड़ता था, जिससे बच्चों को विषयवार मार्गदर्शन मिलना कठिन हो रहा था। लेकिन अब दो शिक्षकों की मौजूदगी से कक्षा संचालन में स्पष्ट सुधार देखा जा रहा है। बच्चों को अब उनकी कक्षानुसार समयबद्ध और बेहतर शैक्षणिक माहौल मिल रहा है।
अभिभावकों ने की शासन की पहल की सराहना
अपने बच्चे को स्कूल छोडऩे आयी अभिभावक श्रीमती प्रमिला परजा ने राज्य शासन की युक्तियुक्तकरण नीति की सराहना करते हुए कहा कि यह बदलाव गांव के बच्चों के भविष्य को नई दिशा देने वाला है। विद्यालय में शिक्षकों की पदस्थापना से बच्चों में पढ़ाई के प्रति रूचि बढ़ी है। अब बच्चे घर आकर स्कूल की गतिविधियों के बारे में उत्साहपूर्वक बताते हैं। कई अभिभावकों ने बताया कि वे पहले इस बात को लेकर चिंतित रहते थे कि एक शिक्षक इतने सारे बच्चों को कैसे पढ़ा पायेंगे, लेकिन अब दो शिक्षक होने से शिक्षा की गुणवत्ता में फर्क साफ नजर आ रहा है।
शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार
युक्तियुक्तकरण के बाद स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था होने से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है। छात्रों को अब बेहतर शैक्षणिक वातावरण और सुविधाएं मिलने लगी है। जिससे स्कूलों में ड्रॉपआउट दर में भी कमी आएगी और बच्चे अपनी शिक्षा पूरी कर सकेंगे।

