संयुक्त किसान मोर्चा जिला रायगढ़ ने केंद्र सरकार की कार्पोरेट समर्थन नीतियों के विरोध में धरना प्रदर्शन किया ..

संयुक्त किसान मोर्चा जिला रायगढ ने केन्द्र सरकार की कार्पोरेट समर्थन नीतियों के विरोध में धरना प्रदर्शन किया
रायगढ़ । राष्ट्रीय संसाधनों जैसे जल,जंगल, भूमि पर कार्पोरेट व बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के नियंत्रण को बढावा के लिए केन्द्र सरकार द्वारा एकाधिकारवादी मित्र पूंजीपतियों के साथ मिलकर साजिश रच रही है।जिसमें आबादी की 52%किसानों का वर्ग बर्बाद हो रहा है।केन्द्र व राज्य सरकारों की नव उदारवादी तथा असंवेदनशील प्रशासन भारत के लाखों किसान कंगाली के शिकार हो रहे हैं। दिसम्बर 2021 में संयुक्त किसान मोर्चा के साथ सरकार ने लिखित समझौता किया था। भी फसलों की खरीदी गारंटी C2+50%की दर से न्यूनतम समर्थन मूल्य, बिजली निजीकरण विधेयक पर को वापस लेना,किसान एवम मजदूरों की लम्बित मांगों को पूरा करने का वादा निभाना,इनके अलोकतांत्रिक चरित्र को रेखांकित करते है।
हमारी मांगे तबाही भूस्खलन को प्राकृतिक आपदा के रूप में मुआवजा,खडी फसल नुकसान हेतु 70000/ ,जीवन नुकसान 10 लाख,मकान नुकसान 5लाख, एम एस पी कानून बनाते समय SKM के पदाधिकारी को शामिल की जावे।किसानों का सम्पूर्ण कर्ज माफ हो।300युनिट तक बिजली मुफ्त हो। लखीमपुर खीरी के दोषी अजय मिश्रा टेनी को मंत्रीमंडल से बर्खास्त हो।लखीमपुर खीरी प्रकरण पर जेल में बंद किसानो को रिहा करो।एतिहासिक किसान आंदोलन मेें भा ज पा शासित राज्यों में किसानों के खिलाफ दर्ज आरोप खारिज करो।प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना वापस हो।मध्यम,छोटे किसानो मजदूरों को 10000/मासिक पेंशन की मांग करते हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने अम्बेडकर चौक रायगढ में धरना प्रदर्शन कर नारे बाजी की। मुख्य रूप से फणीन्द्र प्रधान भा कि यु अराजनैतिक, लम्बोदर साव किसान सभा, मदन पटेल स्वराज इंडिया सत्यवान चौधरी भा कि यु, हेमसागर पटेल भा कि यु अराजनैतिक ,बसंत दुबे किसान सभा, समय लाल यादव किसान सभा शामिल रहे।



