40 वा चक्रधर समारोह

चक्रधर समारोह 2025 में छत्तीसगढ़ से अब तक के सर्वाधिक 50 कलाकार हो रहे शामिल…53 कलाकारों की प्रस्तुतियों के साथ कार्यक्रम को दिया गया था अंतिम रूप, अब 79 कलाकार कर रहे शिरकत…आयोजन समिति स्थानीय कलाकारों को लेकर संवेदनशील, नवोदित कलाकारों को मंच उपलब्ध कराने प्रतिबद्ध

रायगढ़, 1 सितम्बर 2025/ चक्रधर समारोह को शासन प्रशासन द्वारा राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम बनाने की पूरी कोशिश की जाती रही है। इसलिये स्थानीय के नाम पर केवल रायगढ़ से ही सभी कलाकार लिया जाना संभव नहीं हो पाता है। चक्रधर समारोह की गरिमा महाराजा चक्रधर सिंह की सांस्कृतिक विरासत से जुड़ी हुई है उनके समय मे भी देश के नामी कलाकारों से समन्वय बना रहा है। राष्ट्रीय कलाकारों और छत्तीसगढ़ के बड़े कलाकारो को इस इरादे से भी आमंत्रित किया जाता रहा है ताकि उनसे प्रेरित होकर रायगढ़ से भी राष्ट्रीय स्तर की नामचीन प्रतिभाएं तैयार हो सकें। इस बार के चक्रधर समारोह में कुल 63 प्रतिशत कलाकार छत्तीसगढ के हैं, जो विगत वर्षों की तुलना में सर्वाधिक हैं। चयन समिति के द्वारा पूरी कोशिश होती है कि स्वतंत्र रूप से सभी कलाकारों को मंच पर अवसर दिये जाने का प्रयास हो।
चक्रधर समारोह में 4 पद्मश्री सहित देश और प्रदेश के ख्यातिप्राप्त कलाकार अपनी प्रस्तुतियां दे रहे हैं। सभी से समन्वय कर कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। यदि किसी कलाकार द्वारा कार्यक्रम में मानदेय के चलते सहभागिता को लेकर किसी प्रकार की भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है तो इस पर आयोजन समिति स्पष्ट करती है कि किसी कलाकार के भुगतान सहमति की राशि वही हो सकती है जो आयोजन समिति ने बताई हो। यही अधिकारिक मानदेय मानना चाहिये। यदि किसी कलाकार को आयोजन समिति के बजाय किसी अन्य माध्यम से राशि तय होने की सूचना मिली हो तो उसे उचित नही माना जा सकता बल्कि उनको स्वयं भी अथवा अपने सक्षम प्रतिनिधि द्वारा आयोजन समिति से सहमति के संबंध में चर्चा करनी चाहिये। इस मामले का अवलोकन करने पर पाया गया है कि पर्याप्त संवाद के अभाव में संभवतः भ्रम की स्थिति निर्मित हुई है। किसी कलाकार के तय मानदेय में कटौती का प्रश्न ही नही है। आयोजन समिति द्वारा एक तय राशि ही बताई जाती है। स्थानीय कलाकार के लिये प्रशासन हमेशा संवेदनशील होता है।
कार्यक्रमों को अंतिम रूप देने के उपरांत भी कुछ उभरते कलाकारों के द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुति का अनुरोध किया गया। सारे कार्यक्रम स्लाॅट भरे जा चुके थे, ऐसे मे कार्यक्रम दिया जाना संभव नही था। किंतु नवोदित कलाकारों के उत्साहवर्धन हेतु चक्रधर समारोह का मंच प्रदान करने की आयोजन समिति की प्रतिबद्धता के फलस्वरूप ऐसे अधिकतम आवेदनों को स्वीकार करते हुए कलाकारों को कार्यक्रम में शामिल किया गया। जिससे प्रतिदिन कार्यक्रम अवधि भी बढ़ी। यहां यह बताना महत्वपूर्ण है कि कार्यक्रम को जब अंतिम रूप दिया गया तब 53 कलाकारों की प्रस्तुतियां होनी थी। किन्तु आज की स्थिति में समारोह में 79 कलाकार प्रस्तुतियां दे रहे हैं, जिनमें छत्तीसगढ़ के 50 कलाकार हैं। चक्रधर समारोह के इतिहास में यह पहला अवसर होगा कि इतनी बड़ी संख्या में प्रदेश के कलाकार समारोह में शामिल हो रहे हैं। यह आयोजन समिति की स्थानीय कलाकारों को चक्रधर समारोह का मंच उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कार्यक्रम की रूपरेखा देखें तो अधिक संख्या में कार्यक्रम निर्धारित होने के चलते कार्यक्रम जल्द प्रारंभ किया जाता है, ताकि रात में कार्यक्रम निर्धारित समय तक समाप्त किया जा सके। चूंकि यह 10 दिवसीय कार्यक्रम है, अतः प्रतिदिन समय से कार्यक्रम खत्म किया जाना आवश्यक है क्योंकि समारोह के साथ साथ अन्य प्रशासनिक कार्यों में अधिकारी कर्मचारी संलग्न होते हैं। वहीं जहां तक दर्शकों का प्रश्न है तो चक्रधर समारोह का सीधा प्रसारण राज्य स्तरीय चैनलों और यूट्यूब पर किया जा रहा है। जिसे प्रदेश के साथ देश के अलग अलग हिस्सों से हजारों लोगों के द्वारा प्रतिदिन लाइव देखा जा रहा है। अतः कलाकारों के लिए मंच के साथ वर्चुअल माध्यमों में भी दर्शक उपलब्ध होते हैं।

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