प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत जिले में विशेष अभियान 31 जुलाई तक…घर-घर जाकर लिए जा रहे आवेदन, अब तक 500 से अधिक महिलाओं को जोडऩे का कार्य पूर्ण

रायगढ़, 26 जुलाई 2025/ गर्भवती और शिशुवती महिलाओं के पोषण स्तर में सुधार, सुरक्षित मातृत्व और आर्थिक सहायता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से भारत सरकार की प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) के तहत रायगढ़ जिले में 31 जुलाई 2025 तक एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी पात्र महिला योजना के लाभ से वंचित न रहे। कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी के निर्देश पर, विभागीय अधिकारी और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर पात्र महिलाओं से आवेदन पत्र भरवा रहे हैं। कलेक्टर द्वारा इस अभियान की नियमित समीक्षा की जा रही है और जिले के शत-प्रतिशत पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान काम न कर पाने से होने वाले आर्थिक नुकसान की आंशिक भरपाई करना है। यह योजना उन सभी गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए है जो केंद्र या राज्य सरकारों या सार्वजनिक उपक्रमों में नियमित रोजगार में नहीं हैं, या जो वर्तमान में लागू किसी अन्य कानून के तहत समान लाभ प्राप्त नहीं कर रही हैं।
योजना के लाभ और पात्रता
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत पहले बच्चे के जन्म पर महिला को दो किश्तों में कुल पांच हजार रुपए दिए जाते हैं। वहीं दूसरी संतान बालिका होने पर एकमुश्त छह हजार रुपये का प्रावधान है। योजना का लाभ उठाने के लिए लाभार्थी महिला का बैंक या पोस्ट ऑफिस में खाता अनिवार्य है और वह खाता आधार से लिंक होना चाहिए। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के तहत अब तक 500 से अधिक महिलाओं के आवेदन भरवाए जा चुके हैं। पात्र महिलाएं 31 जुलाई 2025 तक अपनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता या पर्यवेक्षक से संपर्क कर आवेदन फार्म भर सकती हैं।
इस अभियान के तहत पात्र हितग्राहियों को योजना से जोडऩे के लिए जिले के विभिन्न ग्रामों में शिविर लगाए जा रहे है। इसी क्रम में गत दिवस रायगढ़ विकासखंड के ग्राम गेरवाई में घर-घर जाकर शिविर के माध्यम से फार्म भरवाए गए, जिससे हितग्राहियों को सुविधापूर्वक योजना का लाभ मिल सके। यह विशेष अभियान जिले में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

