“मेधावी छात्रों, स्वास्थ्यकर्मियों, कोटवारों और पुलिस मित्रों का सम्मान, दी जनजागरूकता की प्रेरणा”

6 जुलाई, 2025, रायगढ़
। जिला पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन में आज थाना जूटमिल में ग्राम सुरक्षा, अपराध नियंत्रण और सामुदायिक सहभागिता को लेकर एक विशेष बैठक एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ग्राम कोटवारों, मेधावी छात्रों, स्वास्थ्य सेवाओं में समर्पित कर्मियों, शिक्षकों एवं पुलिस मित्रों को उनके उत्कृष्ट योगदान हेतु सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के प्रथम चरण में नगर पुलिस अधीक्षक श्री अनिल कुमार विश्वकर्मा एवं थाना प्रभारी निरीक्षक प्रशांत राव द्वारा ग्राम कोटवारों को उनके कर्तव्यों की विस्तार से जानकारी दी गई। सीएसपी श्री विश्वकर्मा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों, बाहरी व्यक्तियों की आवाजाही और अवैध कार्यों की सूचना तत्काल पुलिस तक पहुंचाना कोटवारों की जिम्मेदारी है। साथ ही सभी नागरिकों से आह्वान किया कि वे अपने क्षेत्र के बीट पुलिसकर्मी, थाना प्रभारी और जनसंपर्क माध्यमों से जुड़े रहें और अपने क्षेत्र को अपराधमुक्त बनाए रखने में सक्रिय सहयोग करें। कार्यक्रम के द्वितीय चरण में पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रेरक कार्य करने वाले नागरिकों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह का उद्देश्य न केवल सराहना करना था, बल्कि समाज में सेवा, समर्पण और सजग नागरिकता की भावना को प्रोत्साहित करना भी था।
सम्मानित नागरिकों की सूची:
स्वास्थ्यकर्मी:
- श्रीमती ममता पटेल – उप स्वास्थ्य केंद्र, गढ़उमरिया
- श्रीमती सुमन तिग्गा – उप स्वास्थ्य केंद्र, कोड़ातराई
मेधावी छात्र:
- निकिता सिदार – कक्षा 10वीं, 94%, शा. उ. मा. वि. झलमला
- विनय यादव – कक्षा 12वीं, 89%, शा. उ. मा. वि. झलमला
शिक्षकगण:
- श्री सुरेंद्र गुप्ता – प्रधान पाठक, शा. उ. मा. वि. डूमरपाली
- श्री कामता प्रसाद तिवारी – प्राचार्य, शा. उ. मा. वि. झलमला
ग्राम कोटवार:
- श्री विद्याधर महंत – ग्राम सांगीतराई
- श्री पितांबर दास – ग्राम कोड़ातराई
पुलिस मित्र / गणमान्य नागरिक:*



- श्री प्रमोद पटेल – ग्राम कुंजेडबरी इस कार्यक्रम में उप निरीक्षक श्री गिरधारी साव तथा थाना जूटमिल का संपूर्ण स्टाफ उपस्थित रहा। पुलिस अधिकारियों ने उपस्थित लोगों से सीधा संवाद करते हुए डॉयल 112, कंट्रोल रूम नंबर व अन्य संपर्क माध्यम साझा किए और आमजन से पुलिस को सुझाव देने व संवाद में सक्रिय रहने की अपील की। यह आयोजन न केवल सम्मान का प्रतीक रहा, बल्कि यह जन-सहभागिता को प्रोत्साहित कर अपराध नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। इससे निश्चित रूप से समाज में सुरक्षा, सहयोग और जागरूकता की भावना और अधिक सशक्त होगी।