एक ऐसा हनुमान जी का मंदिर जहां बाली और सुग्रीव जी की भी होती है पूजा

श्री ग्राम गुड़ी हनुमान मंदिर में श्री हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया गया, सुंदर कांड का पाठ हुआ आयोजन




रायगढ़ । रायगढ़ पूर्वांचल के सुसंस्कृत ग्राम महापल्ली में 12 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव पर सुन्दर कांड का पठन स्थानीय श्री हनुमान मंदिर संचालन समिति के सदस्यों ने किया । लगभग 200 वर्ष पूर्व स्थापित श्री हनुमान जी की मूर्ति गांव के बसाहट के समय की गई थी तब एक झोपड़ी में श्री हनुमान जी की मूर्ति पत्थर के रूप में विराजित किए गए । गांव की प्रगति के साथ साथ श्री हनुमान जी की मंदिर भी जन सहयोग से बन गया । ग्राम देवता के रूप में हनुमान जी का पूजन अर्चन पुरातन काल से से हो रही है । कहते है कि जब भी गांव में विपत्ति आती श्री हनुमान जी गांव के गौंटिया को सचेत कर देते थे । यहभी कहा जाता है कि विशेष समय में रात्रि में सफेद घोड़े में गांव परिक्रमा करते सिर्फ घोडे को लोगो ने देखा मंदिर से निकलते हुए । जो भी हो गांव के सुरक्षा एवं विकास में श्री हनुमान जी की कृपा इस गांव को है । श्री हनुमान जी के इस मंदिर में हनुमान जी के मामा यानि बाली और सुग्रीव दोनों भाइयों की पूजा अर्चना इस मंदिर में की जाती है। ऐसे विरले ही मंदिर होंगे जहां बजरंग बली जी के साथ साथ बाली और सुग्रीव की पूजा अर्चना की जाती हो । अंचल के लोगों में हनुमान जी को इच्छापूर्ति हनुमान मंदिर के रूप में भी विश्वास जगा हुआ है।