Uncategorized

भू -अर्जन – विधि एवं प्रक्रिया कार्यशाला का हुआ आयोजन

राजस्व में भू-अर्जन की प्रक्रिया महत्वपूर्ण-कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा

भू-अर्जन-विधि एवं प्रक्रिया कार्यशाला का हुआ आयोजन

राजस्व एवं भू-अर्जन से संबंधित अधिकारी हुए शामिल

रायगढ़। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आज भू-अर्जन-विधि एवं प्रक्रिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में राज्य प्रशानिक सेवा के सेवानिवृत्त पी.निहालानी रहें।
आयोजित कार्यशाला में कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्व विभाग में भू-अर्जन की प्रक्रिया महत्वपूर्ण होती है। जिले में औद्योगिक एवं माइनिंग प्रयोजन के लिए सबसे अधिक भू-अर्जन की जाती है। ऐसे स्थिति में राजस्व एवं भू-अर्जन में अधिकारियों को भू-अर्जन प्रक्रिया में विभिन्न प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं। जिसके लिए सभी अधिकारियों को नियमों की सटीक जानकारी होनी आवश्यक है ताकि ऐसे प्रकरण में अधिकारी कार्यों को सरलतापूर्वक कर सके। कलेक्टर श्री सिन्हा ने अधिकारियों से कहा कि भू-अर्जन के कार्यों में भू-अर्जन विधि एवं प्रक्रिया कार्यशाला काफी सहायक होंगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को कार्यशाला का लाभ लेते हुए कार्य क्षेत्र में आने वाली समस्याओं और शंकाओं को सेमिनार के माध्यम से दूर करने को कहा।
मुख्य वक्ता श्री पी.निहालानी ने सभी राजस्व, उद्योग, माइनिंग एवं संबंधित अधिकारियों को भूमि अर्जन, पुनर्वासन और पुनव्र्यवस्थापन में प्रतिकार और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम 2013 के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने पुराना भू-अर्जन अधिनियम 1894, नया भू-अर्जन अधिनियम 2013, भू-अर्जन का उद्देश्य धारा-2, पूर्व सहमति की आवश्यकता, निजी बात के माध्यम से भूमि खरीदी धारा-2 (3), उन्होंने समुचित सरकार, कृषि भूमि, प्रभावित परिवार, प्रशासक, पुनर्वास आयुक्त, सामाजिक समाघात निर्धारण परिभाषा, खाद्य सुरक्षा के लिए विशेष उपबंध, आक्षेपो की सुनवाई, पुनर्वास पुनव्र्यवस्थापन घोषणा एवं सार प्रकाशन, भूमि माप हितबद्ध व्यक्तियों को सूचना, भू-अर्जन के लिए अधिकतम समय-सीमा, बाजार मूल्य, भूमि के संलग्न परिसंपतियों का मूल्यांकन, परियोजना स्तरीय पुनर्वासन तथा पुनव्र्यवस्थापन समिति धारा जैसे भू-अर्जन में आने वाली विभिन्न प्रक्रियाओं के धाराओं की जानकारी दी। उन्होंने अधिकारियों को विभिन्न प्रकार के कार्यों के साथ क्षेत्र में आने वाली समस्याओं से अवगत कराते हुए संबंधित धाराओं की जानकारी भी दी, जिसके माध्यम से कार्यों का पूरा किया जा सके। इस दौरान अधिकारियों ने प्रश्नों के माध्यम से अपनी शंकाएं भी दूर किए।
आयोजित सेमिनार में अपर कलेक्टर श्री राजीव पांडेय, संयुक्त कलेक्टर श्री डी.आर.रात्रे, संयुक्त कलेक्टर श्री भरत राम धु्रव, महा प्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र श्री शिव कुमार राठौर, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं भू-अर्जन से संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

Latest news
मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में करें काम: कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी...गर्भ... चक्रधरनगर पुलिस की दो अलग-अलग कार्रवाइयों में 26 लीटर कच्ची महुआ शराब जब्त, दो गिरफ्तार पीएम सूर्यघर योजना से मुफ्त बिजली की राह हुई आसान, बिजली बिल में दिख रहा असर...जिंदगी में पहली बार द... संस्कार स्कूल में धूमधाम से मनाया गया रथोत्सव...विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर निकाली गई महाप्रभु जगन्... पुरानी रंजिश पर बुजुर्ग की हत्या, घरघोड़ा पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार ग्राम लोईग में चक्रधरनगर पुलिस ने अवैध शराब बिक्री पर की कार्रवाई, एक आरोपी गिरफ्तार जोरापाली इंडस्ट्रीज से चोरी का कोतरारोड़ पुलिस ने किया पर्दाफाश... एक विधि के साथ संघर्षरत बालक समेत... नि:शुल्क नीट और जेईई कोचिंग कक्षाओं के संचालन के लिये आयोजित हुई दो दिवसीय कार्यशाला...कार्यशाला में... अब से हर सोमवार दोपहर 12.30 बजे से होगा कलेक्टर जनदर्शन...जनदर्शन के आयोजन दिवस में हुआ फेरबदल, मंगल... भेलवाटिकरा आयुष स्वास्थ्य मेला में 430 मरीजो का हुआ निशुल्क उपचार