आर्य समाज रायगढ़ द्वारा श्रावणी पर्व एवं वेद प्रचार सप्ताह का भव्य आयोजन

रायगढ़। आर्य समाज रायगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ प्रांतीय आर्य प्रतिनिधि सभा के सहयोग से श्रावणी पर्व और वेद प्रचार सप्ताह का आयोजन भव्य रूप से किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य वेदों के प्रचार और आध्यात्मिक जागरूकता को बढ़ावा देना था, जिसमें हवन एवं यज्ञ के माध्यम से समाज को धर्म और संस्कृति की ओर अग्रसर किया गया।
हुआ सामूहिक हवन का आयोजन
श्रावणी पर्व के अवसर पर, डॉ. राम कुमार पटेल, जो छत्तीसगढ़ प्रांतीय आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान हैं, के मार्गदर्शन में एक सामूहिक हवन का आयोजन किया गया। इस धार्मिक अनुष्ठान में विद्वानों सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग सम्मिलित हुए। हवन का आयोजन सभी के लिए आंतरिक शुद्धि और आत्मिक विकास का एक माध्यम बना। डॉ. राम कुमार पटेल ने हवन के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह अनुष्ठान मन, वचन और कर्म की शुद्धि करता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
हर घर में हवन का संकल्प
आर्य समाज रायगढ़ ने श्रावणी पर्व के पूरे सप्ताह को ‘वेद प्रचार सप्ताह’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया। इस सप्ताह के दौरान हर घर में हवन करने की योजना बनाई गई है। श्रेया अग्रवाल द्वारा प्रशिक्षित एक टीम हर घर में हवन कराने के लिए भेजी जाएगी, जिससे प्रत्येक परिवार इस धार्मिक आयोजन का हिस्सा बन सके। हवन से शुद्ध वातावरण और समाज में सद्भावना का संदेश फैलाने का प्रयास किया जा रहा है।
31 अगस्त को होगा श्रावणी पर्व का समापन
वेद प्रचार सप्ताह का समापन 31 अगस्त को किया जाएगा, जिस दिन एक और सामूहिक हवन का आयोजन होगा। इस आयोजन में सभी प्रतिभागियों और समाज के प्रमुख व्यक्तियों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। डॉ. राम कुमार पटेल ने बताया कि इस हवन के द्वारा सप्ताह भर चले इस धार्मिक उत्सव का समापन होगा, लेकिन वेदों का प्रचार और हवन का महत्त्व कभी समाप्त नहीं होगा।
इनकी रही प्रमुख उपस्थिति



इस कार्यक्रम में समाज के कई प्रमुख लोग शामिल हुए, जिनमें डॉ. राम कुमार पटेल, जनक राम, चक्रधर पटेल,की उपस्थिति में यजमान के रूप में कन्हैया लाल पटेल, श्रीमती त्रिवेणी पटेल, प्रेम नारायण मौर्य, श्रीमती सुधा मौर्य, डा श्रीमती सरीता पटेल डा रोशन पटेल के अलावा श्री संजय अग्रवाल, श्रीमती लता पटेल, श्रेया अग्रवाल, छाया निषाद, मोहिनी निषाद, मेघा पटेल, सुमन टंडन, बिना बंजारे, भूमि गुप्ता, चांदनी बंजारे, गीता पटेल, लता पटेल, अनुपमा पटेल, शोभावती, चित्रसेन पटनायक, आशीष पटेल, दुर्गेश पटेल, खिरोद पटेल, शामिल रहे।
इस आयोजन ने सभी को एकजुट कर धर्म और आध्यात्मिकता की दिशा में एक नया संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया है।