प्रभतेज बने बीसीसीआई कोषाध्यक्षछ.ग. क्रिकेट के स्वर्णिम युग की शुरूआत

रायगढ़। भारत में क्रिकेट को धर्म की तरह माना जाता है। उस क्रिकेट को ऊंचाईयों तक पहुंचाया बीसीसीआई ने। उसी बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष पर चुने गये हैं छ.ग. क्रिकेट के कोहिनूर प्रभतेज सिंह भाटिया। छ.ग. क्रिकेट की शुरूआत राज्य के पृथक होने के बाद से ही होने लगी थी। लेकिन उसका आरंभ हुआ सन् 2009 मे बीसीसीआई के एसोशिऐट सदस्य बनने से। इसका संपूर्ण योगदान रहा छ.ग. क्रिकेट को आगे बढ़ाने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बलदेव सिंह भाटिया उर्फ पप्पू भैया का। बलदेव सिंह भाटिया ने पूरी टीम के साथ जबरदस्त प्रबंधन एवं नेतृत्व क्षमता से छ.ग. क्रिकेट को सही ऊंचाई पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यही नहीं बलदेव सिंह भाटिया ने छ.ग. क्रिकेट को गुटबाजी से ऊपर उठाकर एकता बनाने में भी सफलता हासिल की। जिसके कारण छ.ग. को बीसीसीआई का पूर्ण सदस्य बनने मे सफलता मिली। पूर्ण सदस्य बनने के बाद छ.ग. क्रिकेट ने नई-नई ऊंचाईयों को छुआ। इसी दौरान बलदेव सिंह भाटिया के होनहार पुत्र प्रभतेज ने क्रिकेट प्रबंधन की बारिकियों को उनसे सीखा। इस क्रम मे आगे बढ़ते हुए प्रभतेज सिंह भाटिया ने बीसीसीआई मे कदम रखा और काउंसलर का पद प्राप्त किया। बीसीसीआई के प्रवेश के बाद प्रभतेज ने पीछे मुडक़र नहीं देखा और अपने व्यवहार, नेतृत्व क्षमता, प्रबंधन कौशल आदि के कारण अब बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष के रूप मे मनोनित होकर ऊंचाई हासिल की। प्रभतेज का कोषाघ्यक्ष बनना सामान्य घटना नहीं है। क्रिकेट की सबसे शक्तिशाली संस्था बीसीसीआई का कोषाध्यक्ष होना अपने आप मे गर्व का विषय है। नि:संदेह छ.ग. क्रिकेट के पितामह के रूप मे अपनी पहचान बनाने वाले बलदेव सिंह भाटिया को अपने पुत्र पर गर्व की अनुभूति हो रही होगी। प्रभतेज का कोषाध्यक्ष बनना छ.ग. क्रिकेट के लिए स्वर्णिम युग की शुरूआत माना जाएगा। छ.ग. की टीम ने शानदार काम किया है और छ.ग. क्रिकेट को भारत मे पहचान दिलाई है। अब इस पहचान को प्रसिद्धि दिलाने मे प्रभतेज का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। प्रभतेज के बीसीसीआई कोषाध्यक्ष बनने से छ.ग. स्टेट क्रिकेट संघ, राज्य के सभी खिलाड़ी एवं खेलप्रेमी गर्व एवं खुशी का एहसास कर रहे हैं। सभी को उम्मीद है कि प्रभतेज के बीसीसीआई कोषाध्यक्ष बनने से छ.ग. क्रिकेट को अभूतपूर्व स्थान बनाने मे मदद मिलेगी। भाई प्रभतेज को बीसीसीआई कोषाध्यक्ष बनने पर असीम बधाई एवं स्वर्णिम शुभकामनाएं।