वृक्षमित्र भोगीलाल ने अमरूद का पेड़ लगाकर मनाया अपना जन्मदिन और विश्व पर्यावरण दिवस…अबतक लगा चुके हैं सैकड़ों पेड़ , मिल रहे हैं पके फल और शुद्ध ऑक्सीजन

रायगढ़ । ग्राम महापल्ली के 71 वर्षीय सेवानिवृत शिक्षक भोगीलाल भोय 1999 से पेड़ लगाकर अपना जन्मदिन मनाते आ रहे हैं,पेड़ों के प्रति इतना लगाव कि वह उसे अपना संतान की तरह मानते हैं।उनका कहना कि जिस तरह मनुष्य के सोलह संस्कार होते हैं,गर्भ से लेकर जन्म कर्म तक ठीक उसी तरह पेड़ लगाने के लिए वह विधिविधान के साथ पूजन अर्चन कर पेड़ रोपते हैं,इससे पेड़ों के प्रति लगाव बना रहता है। पेड़ सिर्फ रोप देने से उसका विकास नहीं हो सकता वरन पेड़ लगाने के लिए श्रद्धाभाव होना भी जरूरी है। भोगीलाल भोय गुरुजी का आज जन्मदिन है और आज विश्व पर्यावरण दिवस भी है। उनके लिए यह संयोग ही है कि आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं और पर्यावरण दिवस भी ।उन्होंने अपनी स्वर्गीय माता श्रीमती सुभद्रा और पिता सहदेव जी के याद में सुभद्रा उद्यान बनाने के संकल्प लिया और 1999 में उद्यान का श्री गणेश वृक्षारोपण के साथ किया। हर वर्ष रक्षाबंधन पर रक्षासूत्र भी बांधते हैं अपने द्वारा रोपित इन पेड़ों को। इससे साफ झलकता है आपका पेड़ों के प्रति कितना प्रेम है।लगभग डेढ़ एकड़ जमीन पर घेराव कर आम नींबू ,चीकू ,बिही जैसे फलदार पौधारोपण किया गया है। यही नहीं ऑक्सीजन के खास श्रोत माने जाने वाले नीम के पेड़ भी लगाए गए हैं।भोगीलाल गुरुजी ने दिनोदिन बढ़ते तापमान और बिगड़ते प्राकृतिक संतुलन को लेकर चिंता जताई,उहोंने सभी से निवेदन किया है कि हमे सबको पेड़ बचाने का संकल्प लेना होगा और वृक्षारोपण कर पेड़ों की सुरक्षा करनी होगी तभी प्राकृतिक आपदाओं से बचने और पर्यावरण संतुलन बनी रहेगी।


